UPPSC ने मानी छात्रों की मांग, RO-ARO की परीक्षा स्थगित ,अब एक ही दिन-एक ही शिफ्ट होगी UP-PCS की परीक्षा

UPPSC Nने मानी छात्रों की मांग, CM योगी के निर्देश पर झुक आयोग
UPPSC ने मानी छात्रों की मांग, CM योगी के निर्देश पर झुका आयोग।

 

UPPSC Protests: उत्तर प्रदेश संघ लोक सेवा आयोग (UPPCS) ने PCS प्री की परीक्षा को एक दिन एक शिफ्ट में कराने को मंजूरी दे दी है।

प्रयागराज में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के बाहर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे प्रतियोगी छात्रों को UPPSC की तरफ से राहत मिली है , आयोग के अध्यक्ष संजय श्रीनेत की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक में फैसला लिया गया है कि PCS की परीक्षा एक दिन एक शिफ्ट में ही होगी ।

उत्तर प्रदेश संघ लोक सेवा आयोग ने पीसीएस प्री की परीक्षा को लेकर वन डे वन शिफ्ट को मंजूरी दे दी है प्रतियोगी छात्रों के प्रदर्शन के चलते आयोग ने गुरुवार को हुई बैठक मे यह निर्णय लिया है। प्रतियोगी छात्र पिछले चार दिनों से प्रयागराज में आयोग के कार्यालय के सामने दो शिफ्ट मे होने बाली परीक्षा और नॉर्मलाइजेशन का विरोध कर रहे हैं। पीसी एस और RO/ARO की परीक्षा स्थगित कर दी गई है । स्टूडेंट्स की मांग पर मुख्यमंत्री योगी ने संज्ञान लिया , मुख्यमंत्री ने आयोग को छात्रों के साथ संवाद और समन्वय बनाकर आवश्यक निर्णय लेने के लिया कहा है। 2024 पी सी एस की परीक्षा को अब वन डे वन शिफ्ट में कराये जाने का निर्णय लिया गया है। वहीं  आरओ/एआरओ की परीक्षा को फिलहाल के लिए नियरस्त कर दिया गया है ।

क्या है पूरा मामला :

बता दे कि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने PCS PRELIMS 2024  और RO/ARO प्री 2023  की परीक्षाओं को दो दी दो शिफ्ट में कराए जाने का निर्णय लिया था । प्रतियोगी छात्र UP PCS PRILIMS  2024 र RO/ARO 2023 की प्रारम्भिक परीक्षाओं को पहले की तरह एक ही दिन एक ही शिफ्ट में कराए जाने की मांग कर रहे थे , उनका कहना था कि  दो दिन परीक्षा कराए जाने पर नॉर्मलाइजेशन से उनका नुकसान होगा , 11 नवंबर को इसके खिलाफ दिल्ली से लेकर यूपी तक अभ्यर्थी सड़कों पर उतर आए । प्रदर्शनकारी छात्र वन डे वन शिफ्ट की मांग पर अड़े हुए थे , और इसके साथ ही UPPCSकी परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन सिस्टम खत्म करने की भी कर रहे थे कि लोक सेवा आयोग के नॉरमलाइजेशन सिस्टम का तरीका निष्पक्ष नहीं है। छात्रों का कहना था कि  आयोग ” फूट डालो और राज करो ” बाली नीति के तहत फैसला देता है , इसमें एक वर्ग को संतुष्ट किया जा रहा है और दूसरे वर्ग को असन्तुष्ट किया गया। उन्होंने कहा _ कि  जब तक RO/ARO को लेकर फैसला नहीं आ जायेगा वो तब तक अपना आन्दोलन समाप्त नहीं करेंगे ।
आयोग की तरफ से क्या  कहा गया है –

जिलाधिकारी और UP लोक सेवा आयोग की तरफ से आयोग के सचिव ने छात्रों के बीच आकर लाउडस्पीकर से करते हुए कहा -कि  मुख्यमंत्री के आदेश पर यह फैसला लिया गया है कि  PCS PRE और RO/ ARO की परीक्षा एक दिन एक शिफ्ट मे कराई जाएगी इसके साथ ही  अब एक शिफ्ट में होने से नॉर्मलजाइजेशन की जरूरत भी नहीं होगी । वहीं RO/ARO की परीक्षा को स्थगित करते हुए भी कहा कि  इसके लिए एक नई समिति बनाई जा रही है ,  क्युकी परीक्षा में करीब 10 लाख छात्र शामिल होते हैं इसलिये परीक्षा पर समिति फैसला लेगी। यह समिति जल्दी  से जल्दी अपनी रिपोर्ट देगी, उसके बाद परीक्षा को लेकर फैसला किया जायेगा हालांकि परीक्षा को लेकर अभी कॉपी अंतिम फैसला नहीं हुआ है आयोग ने दिसंबर महीने में होने बाली इस परीक्षा को टाल दिया है । प्रयागराज DM ने कहा_ UPPSC द्वारा जल्द ही PCS की परीक्षा की तारिक जारी कर दी जाएगी और परीक्षा पैटर्न तैयार करने के लिया एक कमेटी का के गठन की बात कही है। बता दें कि आयोग द्वारा गठित समिति अति शीघ्र सारे तथ्यों का विश्लेषण करके सभी पहलुओं पर विचार करके रिपोर्ट विभाग को देगी ।

प्रदर्शनकारी छात्र क्या बोले ?

इस ऐलान के बाद छात्रों ने कहा कि हमारी मांगे पूरी हो गई हैं RO/ARO की परीक्षा के समिति बनाने का फैसला लिया गया है ,हालांकि अभी भी परीक्षा की तारीख नहीं बताई गई है लेकिन वे लोग इस फैसले के बाद अपना आंदोलन खत्म कर देंगे ।

लॉरेंस बिश्नोई गैंग को 24 घंटे में खत्म करने की बात पर फिर मिली पूर्णिया सांसद पप्पू यादव को जान से मारने की धमकी

लॉरेंस बिश्नोई गैंग को 24 घंटे में खत्म करने की बात पर फिर मिली पूर्णिया सांसद पप्पू यादव को जान से मरने की धमकी, 

लॉरेंस बिश्नोई गैंग की तरफ से पूर्णिया सांसद पप्पू यादव को फिर से जान से मारने की धमकी मिली है गौरतलब है की मुंबई में बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली थी जिसके बाद बिहार  (पूर्णिया ) सांसद पप्पू यादव ने लॉरेंस बिश्नोई  को धमकाते हुए हुए कहा कि सरकार अनुमति दे तो मैं 24 घंटे के अंदर लॉरेंस बिश्नोई जैसे दो टके के गैंग को समाप्त कर दूंगा ।

इसके बाद से ही लॉरेंस बिश्नोई गैंग के निशाने पर आ गए थे बिहार (पूर्णिया) सांसद पप्पू यादव। 

इसके बसाद लगातार पप्पू यादव को जान से मरने की धमकियों का सिलसिला शुरू हो गया –सलमान बाले मामले से दूर रहो और औकात में रहो नहीं तो जान से मार देंगे , लॉरेंस बिश्नोई गैंग की तरफ से धमकी मिलने के बाद पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने पुलिस को सूचना दी है और कई न्यूज चैनलों को इसकी सूचना देते हुए कहा की मुझे धमकी मिली है और इसकी सूचना मैंने बिहार पुलिस व DGP को दे दी है ।यह धमकी देने बाले का दावा है की बह पप्पू यादव की लगातार रेकी कर रहा है और उनके कई ठिकाने की रेकी की जा चुकी है इसके साथ ही बह सांसद को जान से मरने की धमकी भी  दे रहा है और इसके साथ सलमान खान मामले से दूर रहने की हिदायत भी दी है । सांसद ने DGP को इसकी जानकारी दे दी है ताकि कार्यवाही की जा सके ।

धमकी देने बाले का दावा है की लॉरेंस बिश्नोई जेल में एक लाख रुपए प्रति घंटा देकर जेल के जैमर बंद करवाकर पप्पू यादव से बात करने की कोशिश कर रहा है लेकिन पप्पू यादव फोन नहीं उठा रहा है , धमकी देने बाले का दावा है की वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग की तरफ से बोल रहा है ।

लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली थी हत्या की जिम्मेदारी,

महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर की रात मुंबई के बांद्रा इलाके मे उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर 3 लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी, पुलिस ने अब तक लगभग 10 लोगों को गिरफ्तार किया है और बिश्नोई गैंग ने हत्या की जिम्मेदारी ली है इयाके साथ ही  बिश्नोई गैंग ने सलमान खान व दाऊद इब्राहीम के करीब रहने बालों को धमकी भी दी थी  और कहा था कि  सलमान और दाऊद गैंग के लोग अपना हिसाब किताब तैयार रखना । बाबा सिद्दीकी का राजनीति के साथ – साथ बॉलीवुड मे भी काफी लोगों के साथ करीबी रिश्ता था , इनकी इफ्तार पार्टियों मे बॉलीवुड की काफी बड़ी – बड़ी हस्तियाँ शामिल होती थी और बह हाल ही में काँग्रेस को छोड़कर अजीत पवार की पार्टी NCP में शामिल हुए थे।पप्पू यादव ने लॉरेंस को दो टके का अपराधी कहा था उसी के जवाब मे झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू गैंग के गुर्गों ने पप्पू यादव को धमकाया है।

बाबा सिद्दीकी की हत्या पर पप्पू ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग पर कसा था तंज 

बता दें की बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद पप्पू यादव ने सोशल मीडिया पलटेफॉर्म ” ऐक्स (X) पर लिखा था , _”यह देश है या हिजड़ों की फौज । एक अपराधी जेल में बैठकर लोगों को चुनौती देकर मार रहा है और लोग मूकदर्शक बने हुए है । उन्होंने कहा – कभी सिद्धू मूसेवाला , कभी करणीसेना के प्रमुख और अब एक उद्योगपति राजनेता को मरवा डाला । कानून अनुमति दे तो मैं 24 घंटे में इस लॉरेंस बिश्नोई जैसे दो टके के अपराधी के नेटवर्क को खत्म कर दूंगा । ” 

पप्पू यादव ने बाबा सिद्दीकी की हत्या को बहुत ही शर्मनाक घटना बताया था और ऐक्स पर लिखा कि  Y+ सुरक्षा मे सरकार समर्थक पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या महाराष्ट्र में महाजंगलराज का एक शर्मनाक उदाहरण है, मुझे इस बात का बेहद दु:ख है, BJP गठबंधन सरकार अपने अपने दल के इतने रशुख बाले नेताओ की रक्षा नहीं कर पा रही है आम लोगों का क्या होगा ?

हालाकि  इसके बाद जब पप्पू यादव  ने एक प्रेस कॉंफ्रेस  बुलाई थी उसी दौरान पत्रकारों ने जब उनसे लॉरेंस बिश्नोई को लेकर सवाल किया तो पप्पू यदावव भड़क गए और पत्रकारों से उन्होंने कहा कि  मैंने आपसे पहले ही बोला था न कि आप ये सब सवाल नहीं करिएगा और प्रेस कॉंफ्रेस मे आपा खोने का वीडिओ सोशल मीडिया पर भी वाइरल  हुआ था।

अगर हुई मेरी हत्या तो केंद्र एवं बिहार सरकार की होगी जिम्मेदारी –

न्यूज चैनलों से बातचीत में पप्पू यादव ने केंद्र सरकार से सुरक्षा बड़ाने की मांग की है , गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर पप्पू यादव ने सुरक्षा बड़ाने की मांग करते हुए लिखा है कि  मुझे कई बार धमकिया  मिलती रही है ,और कहा कि  बिहार सरकार सक्रिय नहीं है । मेरी हत्या के बाद लोकसभा एवं बिधानसभा मे शोक संवेदना जताने के लिए सक्रिये होंगे, साथ ही पत्र में लिखा अगर मेरी सुरक्षा नहीं बड़ाई गई तो कभी भी मेरी हत्या हो सकती है , इसकी जिम्मेदारी केंद्र एवं बिहार सरकार की होगी ।

ज्ञानवापी केस :

ज्ञानवापी मामले में मुस्लिम पछ को इलाहाबाद हाई कोर्ट से बाद झटका लगातार होती रहेगी तहखाने मे पूजा :

ज्ञानवापी के तहखाने में होती रहेगी पूजा :

इलाहाबाद हाई कोर्ट द्वारा मुस्लिम पछ की याचिका खारिज करते हुए ज्ञानवापी परिसर के तहखाने मे होने वाली

पूजा पर रोक लगाने से मना कर दिया गया है :

ज्ञानवापी मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया है , मुस्लिम पछ की याचिका को खारिज करते हुए कहा कि हिन्दुओं को ज्ञानवापी की तहखाने में पूजा पर रोक नहीं लगाई जाएगी और साथ ही वाराणसी डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के फैसले के अनुसार वह अभी पूजा जारी रहेगी :

ज्ञानवापी मस्जिद के प्रबंधन की कमेटी की याचिका को को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने खारिज कर दिया और बताते चले कि हाल ही में वाराणसी जिला कोर्ट द्वारा वह पूजा की अनुमति मिलने के बाद ही हिन्दू पछ ने वह पर पूजा आरंभ की थी .

इससे पहले ही वाराणसी की जिला अदालत ने हिन्दुओं के पछ में फैसला सुनाया था जिसके विपरीत ही मुस्लिम पछ इलाहाबाद हाई कोर्ट पहुंचा था , हालांकि हाई कोर्ट से भी मुस्लिम पछ को निराशा ही हाथ लगी है :

इलाहाबाद हाई कोर्ट ने हिन्दुओं के अधिकार को सुरचित और बरकरार रखा है और साथ ही मुस्लिम पछ के पास अभी भी सुप्रीम कोर्ट जाने का मौका है जिसे वो हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती सुप्रीम कोर्ट में दे सकते है |

हाई कोर्ट ने दोनों पछो हिन्दू और मुस्लिम की दलीलों को सुनकर ही फैसला सुनाया है क्योंकि अंजुमन इंतजमिया कमेटी की तरफ से वाराणसी कोर्ट के आदेश को इलाहाबाद कोर्ट मे चुनौती दी गई थी और पूजा को स्टे लगाने की मांग की थी .

आदेश के बाद ही खोला गया था तहखाना ;

बताते चले कि ज्ञानवापी मस्जिद की के सर्वे के बाद तहखाना खोल दिया गया था । जिसके बाद 31 जनवरी के बाद ही यहाँ पूजा के लिए ओपन कर दिया गया था ।

क्या है ज्ञानवापी विवाद और मुस्लिम पछ की अदालत से क्या मांगे थी ;

दरअसल पूजा शुरू होने से पहले हिन्दू पछ का दावा था कि नवंबर 1993 से पहले तहखाने मे पूजा पाठ को उस टाइम की सरकार ने रुकवा दिया था जिसको शुरू करने का पुन: अधिकार दिया जाए वही मुसलिम पछ प्लेस ऑफ वर्शिप ऐक्ट का हवाला देते हुए इस याचिका को खारिज करने की मांग कर रहा था; लेकिन कोर्ट ने मुस्लिम पछ की याचिका को खारिज कर दिया और हिन्दू पछ को पूजा का अधिकार दे दिया

Happy Dussehra 2023 date and time देखे

दशहरा मुहूर्त दिन और तारीख

इस साल आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि 23 october सोमबार के दिन शाम 5 बजकर 44 मिनट से शुरू होगा और इसका समापन 24 october मंगलबार को दोपहर 3 बजकर 14 मिनट पर होगा ।

इस दिन शस्त्र पूजा का शुभ समय दोपहर 1 बजकर 58 मिनट से दोपहर 2 बजकर 43 मिनट तक है

दशहरा क्या है ?

दशहरा हिन्दू (सनातन ) धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, दशहरा को विजयादशमी तथा आयुध -पूजा के नाम से भी जाना जाता है ।

दशहरा का त्योहार हर वर्ष आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है । इस वर्ष दशहरा का पर्व 24 अक्तूबर 2023 को

को मनाया जायेगा ।

दशहरा क्यों मनाया जाता है ?

दशहरा या विजयादशमी (आयुध – पूजा ) का त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है । इस दिन भगवान श्री राम ने रावण का वध करके बुराई का अंत किया था और अच्छाई की स्थापना की थी तथा देवी दुर्गा ने नौ रात्रि एवं दस दिन के युद्ध के उपरान्त महिषासुर पर विजय  प्राप्त की थी। इसे असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मनाया जाता है। इसी कारण इस दशमी को विजयादशमी के रूप में मनाया जाता है ।

श्री राम को मिले 14 वर्ष के वनवास के दौरान लंकापति रावण ने माता सीता का अपहरण कर लिया था। उसके बाद जब भगवान श्री राम को माता सीता के अपहरण के बारे में पता चला तो श्री राम ने हनुमान को सीता जी की खोज करने के लिये भेजा , और तब हनुमान जी ने माता सीता का पता लगाकर राम को पूरी जानकारी दी उसके बाद हनुमान ने रावण को समझाया की वह माता सीता को सम्मान सहित प्रभु श्री राम के पास भेज दे लेकिन रावण ने हनुमान की बात नहीं मानी और अपने अहंकार और घमंड के कारण वापस भेजने से इनकार कर दिया ।

उसके बाद राम ने रावण से युद्ध करने का निश्चय किया और सीता को मुक्त कराने का फैसला किया, तथा उसके बाद राम और रावण के बीच घमासान युद्ध हुआ और रावण का वध किया ।

जिस दिन रावण का वध हुआ उस शारदीय नवरात्र की दशमी तिथि थी तथा इसे विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है ।

विजयादशमी

मां दुर्गा ने किया था महिषासुर का वध

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार एक महिषासुर नामक राक्षस था जिसने ब्रह्म जी की उपासना करके वरदान प्राप्त किया कि सम्पूर्ण पृथ्वी पर कोई भी उसका वध नहीं कर सकेगा और इस वरदान की शक्तियों का गलत प्रयोग करके पृथ्वी पर हाहाकार मचा दिया तब ब्रह्म ,विष्णु महेश ने अपनी शक्ति से दुर्गा माँ का सर्जन किया था और फिर माँ दुर्गा और महिषासुर के बीच 9 दिन तक मुकाबला चला और फिर 10वें दिन माँ दुर्गा ने महिषासुर का वध कर दिया ।